-इस बीच सोशल मीडिया पर मारपीट में घायल एक छात्रा की तस्वीर को लेकर लेफ्ट और राइट के बीच जबरदस्त बहस चल रही है। इस तस्वीर की हकीकत क्या है ये हम तो नहीं बता सकते हैं लेकिन दोनों पक्ष इसे लेकर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं।
-बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ( Amit Malviya) ने एक ट्वीट कर कहा, ‘क्या यह संयोग है कि जिस दिन सीताराम येचुरी को एक्सटेंशन मिला, उसी दिन जेएनयू के साथियों ने हंगामा किया और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर हमला किया। ऐसा लग रहा है कि मानो वे अपने सुप्रीम लीडर को एक और कार्यकाल मिलने की खुशी में पागल हो गए हैं? क्या जेएनयू का कावेरी हॉस्टल उनका आखिरी गढ़ है?
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कावेरी छात्रावास के कुछ स्टूडेंट्स ने रामनवमी पर पूजा आयोजित की थी। पोस्टर 3 दिन पहले निकल चुका था। लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस वजह से पूजा 4:00 बजे के बजाय 5:30 बजे शुरू हुई। यह आरोप बेबुनियाद है कि हमारी तरफ से माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। उल्टा, दूसरी यूनियन वालों ने जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है।
रोहित, अध्यक्ष, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यूनियन
-नॉन वेज खाने का मुद्दा शनिवार से गरमाना शुरू हुआ था। छात्रावास में रहने वाले छात्रों के अनुसार, सप्लायर रविवार को हॉस्टल में आए थे लेकिन एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर उन्हें वापस लौटा दिया था। इसके बाद लेफ्ट विंग के छात्रों ने मीटिंग बुलाकर इसका विरोध किया और इसे ‘राइड टू फूड’ का उल्लंघन बताया।
-वाम छात्र संगठनों ने कावेरी हॉस्टल घटना के विरोध में आज प्रदर्शन का ऐलान किया है। एसएफआई और AISA ने दोपहर 2 बजे दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन का ऐलान किया है
कावेरी मेस में मैन्यू पहले से तय होता है। 25 लोगों की टीम यह तय करती है। इसमें वेज और नॉनवेज दोनों होता है। एबीवीपी के लोगों ने जबरदस्ती नॉनवेज नहीं बनाने का दबाव बनाया, हंगामा किया और कम्यूनल बात करके माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। इसका विरोध करने के लिए हम वार्डन के पास गए तो वहां पुलिस पहुंची हुई थी। पुलिस के सामने उन लोगों को बंधक बना लिया गया। वहां मारपीट गई, ट्यूबलाइट से हमला किया और हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई।
आदर्श कुमार, कन्वीनर, जेएनयूएसयू
-इस बीच, दिल्ली पुलिस को आज तड़के JNUSU, SFI,DSF and AISA की तरफ से एबीवीपी के अज्ञात छात्रों के खिलाफ शिकायत मिली इसके बाद हमने आईपीसी के सेक्शन 323/341/509/506/34 के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है। दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी ने बताया कि एबीवीपी के छात्रों ने पुलिस को बताया है कि आज सुबह वे भी इस मामले में शिकायत दर्ज कराने वाले हैं। उनकी शिकायत के बाद हम उचित कार्रवाई करेंगे।
-JNUSU की पूर्व उपाध्यक्ष और पीएचडी छात्रा सारिका ने कहा कि कथित तौर पर नॉन वेज खाने पर दो गुटों में झड़प शुरू हुई। एबीवीपी नॉन वेज खाना परोसने पर रोक लगाना चाह रहा था। 50-60 लोग इस संघर्ष में घायल हो गए।
-एबीवीपी जेएनयू के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा, ‘लेफ्ट और एनएसयूआई वर्कर्स राम नवमी के दिन पूजा के दौरान हंगामा शुरू किया। यहां नॉन वेज का तो कोई मुद्दा ही नहीं था। उनको राम नवमी पर हवन प्रोग्राम से दिक्कत थी। वहीं, एबीवीपी जेएनयू सचिव उमेश चंद्र अजमेरा ने कहा कि ये हिंदू त्योहारों पर हमला है। जेएनयू में राम नवमी के अलावा भी हिंदू त्योहारों के दौरान हमले होते रहे हैं। इफ्तार का आयोजन भी हो रहा था लेकिन वामपंथी लोगों को इस तरह का शांतिपूर्ण आयोजन बर्दाश्त नहीं है।