नॉन वेज बनाम हवन पर बवाल!
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (JNUSU) ने आरोप लगाया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्यों ने छात्रों को छात्रावास में मांसाहारी भोजन खाने से रोका और ‘हिंसा का माहौल बनाया।’ वहीं, एबीवीपी ने आरोप से इनकार किया और दावा किया कि रामनवमी पर छात्रावास में आयोजित पूजा कार्यक्रम में ‘वामपंथियों’ ने बाधा डाली। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव करने और अपने-अपने सदस्यों के घायल होने का आरोप लगाया।
कावेरी हॉस्टल में आखिर हुआ क्या था?
एबीवीपी ने रविवार को कावेरी हॉस्टल में हवन का आयोजन किया था। दूसरी तरफ वाम छात्र संगठनों ने आरोप लगाया कि एबीवीपी छात्रावास में नॉन वेज खाना नहीं बनाने दे रहे हैं। जबकि मेन्यू के अनुसार नॉन वेज बनने का दिन है।
शनिवार से ही गरमाने लगा था मुद्दा
नॉन वेज खाने का मुद्दा शनिवार से गरमाना शुरू हुआ था। छात्रावास में रहने वाले छात्रों के अनुसार, सप्लायर रविवार को हॉस्टल में आए थे लेकिन एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर उन्हें वापस लौटा दिया था। इसके बाद लेफ्ट विंग के छात्रों ने मीटिंग बुलाकर इसका विरोध किया और इसे ‘राइड टू फूड’ का उल्लंघन बताया।
छात्रों के बीच कहासुनी संघर्ष में बदल गया
इस दौरान मीटिंग भी हुई और एबीवीपी के छात्रों ने हवन भी पूरा कर लिया। लेकिन इसी दौरान छात्रों के बीच कहासुनी संघर्ष में बदल गया। पुलिस ने दावा किया कि दोनों पक्षों के 6 लोग इस हमले में घायल हुए हैं। हालांकि, छात्रों ने दावा कि कम से कम 15 लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। समाजशास्त्र विभाग की एक छात्रा अख्तरिस्ता अंसारी इस मारपीट में घायल हो गई और उसके सिर से खून बहता दिखा।
लेफ्ट विंग छात्र संगठन करेंगे प्रदर्शन
वाम छात्र संगठनों ने कावेरी हॉस्टल घटना के विरोध में आज प्रदर्शन का ऐलान किया है। एसएफआई और AISA ने दोपहर 2 बजे दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन का ऐलान किया है।
दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR
इस बीच, दिल्ली पुलिस को आज तड़के JNUSU, SFI,DSF and AISA की तरफ से एबीवीपी के अज्ञात छात्रों के खिलाफ शिकायत मिली इसके बाद हमने आईपीसी के सेक्शन 323/341/509/506/34 के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है। दक्षिण-पश्चिम जिले के डीसीपी ने बताया कि एबीवीपी के छात्रों ने पुलिस को बताया है कि आज सुबह वे भी इस मामले में शिकायत दर्ज कराने वाले हैं। उनकी शिकायत के बाद हम उचित कार्रवाई करेंगे।
एबीवीपी की 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस
इस घटना के बाद एबीवीपी के कार्यकर्ता मेन गेट पर धरने पर बैठ गए और वाम छात्र संघ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनपर इस मुद्दे के राजनीतिकरण का आरोप लगाने लगे। एबीवीपी कार्यकर्ता ने कहा, ‘वाम छात्र संगठन इस मुद्दे का राजनीतिककरण कर रहे हैं। हम केवल हवन करना चाहते थे।’ इस बीच, एबीवीपी सुबह 11 बजे इस मुद्दे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
AISA ने लगाया एबीवीपी पर आरोप
दूसरी तरफ वाम छात्र संगठन AISA ने कहा कि एबीवीपी ने एक बार फिर से वही किया। सुबह से ही एबीवीपी के गुंडे जेएनयू के कावेरी हॉस्टल में चिकेन नहीं बनाने दे रहे थे। केंद्रीय विश्वविद्यालय होने के कारण यहां देशभर के अलग-अलग समुदाय के छात्र पढ़ने आते हैं। कोरोना के बाद जैसे ही कैंपस खुला छात्र यहां अपनी नॉर्मल जिंदगी शुरू किए थे कि एबीवीपी ने हंगामा करना शुरू कर दिया।’
पुलिस ने बताया 6 छात्रों को लगी चोट
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) मनोज सी ने बताया कि कुल छह छात्रों को चोटें आईं हैं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने कहा, ‘फिलहाल कोई हिंसा नहीं हुई है। विरोध प्रदर्शन किया गया जो समाप्त हो गया है। हम सभी यहां अपनी टीम के साथ तैनात हैं। विश्वविद्यालय के अनुरोध पर हम यहां आए हैं। हम शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं।’