बलरामपुर जनपद मुख्यालय के ग्राम शंकर नगर निवासी हाफ़िज़ “अवीम” पुत्र हाफ़िज़ नसीम अहमद अंसारी ने सऊदी अरब में भी हिन्दोस्तान के मान सम्मान के परचम को बुलंद करते हुए देश का नाम रौशन किया। हाफ़िज़ अवीम को बेहतरीन हाफ़िज़ के रूप में किया गया सम्मानित, सम्मान समारोह में सऊदी अरब समेत विभिन्न देशों के हाफ़िज़ हुए थे शामिल, हिन्दोस्तान का प्रतिनिधित्व हाफ़िज़ अवीम ने किया और देश को गौरवान्वित करते हुए सम्मान भी दिलाया। हाफ़िज़”अवीम” एक लाख रुपए के पुरुस्कार से भी सम्मानित हुए। हाफ़िज़ अवीम की कामियाबी पर “शंकर नगर” गाँव में ख़ुशी का माहौल।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम शंकर नगर निवासी हाफ़िज़ नसीब अहमद अंसारी पुत्र मास्टर नज़ीर अहमद वर्षो से रोटी रोज़ी के सिलसिले में सऊदी अरब में रह रहे हैं। हाफ़िज़ नसीम अपने पुत्र "अवीम" के उज्ज्वल भविष्य के लिए बेहतर शिक्षा प्राप्ति हेतु "सात" वर्ष की आयु में ही अपने साथ सऊदी अरब ले गए। अरब के बहुचर्चित शैक्षिक संस्थान में एडमिशन करा दिया। "अवीम" को बचपन से ही क़ुरआन की शिक्षा में दिलचस्पी थी इस लिए समाजिक शिक्षा के साथ ही अपने पिता हाफ़िज़ नसीम के संरक्षण और मार्ग दर्शन में क़ुरआन की शिक्षा ग्रहण करते हुए हाफ़िज़ ए क़ुरआन हो गए। हाफ़िज़ अवीम काफ़ी दिलकश अंदाज़ में क़ुरआन की तिलावत करते उनकी तिलावत ए क़ुरआन को सुनकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता।
हाफ़िज़ अवीम के पिता हाफ़िज़ नसीम अहमद अंसारी ने बताया कि 13 अप्रैल को सऊदी अरब के "अलऐहसा" शहर में मशहूर तिजारती कम्पनी "अल अफालिक़" के मालिकान "सुलेमान अल अफालिक़" और "अब्दुल अज़ीज़ अल अफालिक़" की ओर से सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सऊदी अरब के साथ ही विभिन्न देशों के हाफ़िज़ ने भाग लिया जबकि हाफ़िज़ "अवीम" ने बतौर हाफ़िज़ हिन्दोस्तान का प्रतिनिधित्व किया। हाफ़िज़ नसीम ने अपने पुत्र की कामियाबी पर अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए कहा कि आज अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त ने क़ुरआन की बरकतों से मेरे पुत्र को सरफ़राज़ किया और इज़्ज़त बख़्शी। यह कामियाबी हिन्दोस्तान की कामियाबी है। हाफ़िज़ अवीम की कामियाबी पर उनके गाँव शंकर नगर में भी ख़ुशी का माहौल है लोगों ने कहा कि हमारे गाँव के बच्चे ने न सिर्फ़ अपने देश हिन्दोस्तान का नाम रौशन किया बल्कि अपने गाँव और ज़िले का भी नाम रौशन किया हम सभी हाफ़िज़ अवीम और उनके परिवार जन को मुबारकबाद पेश करते हैं।